गर्मियों में विटिलिगो क्यों बढ़ता है? कारण और बचाव के उपाय
🌱 प्रस्तावना
गर्मियों की तेज धूप, पसीना और बढ़ा हुआ तापमान…
क्या आप जानते हैं कि यही सब मिलकर विटिलिगो को और बढ़ा सकते हैं?
आज हम समझेंगे —
👉 गर्मियों में विटिलिगो क्यों बढ़ता है?
👉 और इससे कैसे बचा जाए?
⚠️ गर्मियों में विटिलिगो बढ़ने के कारण
☀️ कारण 1: UV किरणों से नुकसान
-
गर्मियों में सूरज की किरणें ज्यादा तीव्र होती हैं।
-
बिना सुरक्षा के धूप में रहने से UV rays मेलेनिन कोशिकाओं को डैमेज कर देती हैं।
-
नतीजा: नई सफेद जगहें उभर सकती हैं या पुरानी बढ़ सकती हैं।
💦 कारण 2: Excessive पसीना और स्किन इरिटेशन
-
लगातार पसीने से त्वचा गीली रहती है।
-
इससे इंफ्लेमेशन, खुजली और जलन हो सकती है।
-
यह विटिलिगो की प्रगति को तेज करता है।
🔥 कारण 3: ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस
-
गर्मी में शरीर पर oxidative stress बढ़ता है।
-
यह मेलेनिन बनाने वाली कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।
-
नतीजा: सफेद दाग तेजी से फैल सकते हैं।
🍧 कारण 4: ठंडा खाना और बर्फ वाला पानी
-
गर्मियों में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स, बर्फ वाला पानी ज्यादा लिया जाता है।
-
आयुर्वेद के अनुसार, ये चीज़ें Dosha Imbalance पैदा करती हैं।
-
इससे त्वचा संबंधी रोग, खासकर विटिलिगो, बढ़ सकते हैं।
😰 कारण 5: स्ट्रेस और डिहाइड्रेशन
-
गर्मी में नींद कम होना और चिड़चिड़ापन बढ़ना आम है।
-
इससे मानसिक तनाव (Stress) बढ़ता है — और स्ट्रेस विटिलिगो का बड़ा ट्रिगर माना जाता है।
🌿 गर्मियों में क्या करें?
✅ सुबह की हल्की धूप लें, दोपहर की तेज धूप से बचें।
✅ हल्के कॉटन कपड़े पहनें ताकि स्किन सांस ले सके।
✅ त्वचा पर ठंडक देने वाले तत्व (जैसे एलोवेरा जेल) लगाएं।
✅ पसीना पोंछते रहें और शरीर को हाइड्रेट रखें।
✅ ठंडी चीज़ों का संतुलित सेवन करें, अति न करें।
गर्मी कोई दुश्मन नहीं है।
बस हमें अपनी त्वचा और जीवनशैली को समझकर कदम उठाने की ज़रूरत है।
👉 सही जानकारी + आत्म-स्वीकृति + संतुलित जीवनशैली = विटिलिगो पर नियंत्रण
🙌 जुड़ें हमारे साथ
अगर आप भी इस बदलाव का हिस्सा बनना चाहते हैं —
-
इस ब्लॉग को लाइक, कमेंट और शेयर करें
-
चैनल को सब्सक्राइब करें
-
और हाँ 👉 VITILIGOSUPPORTINDIA.ORG पर लॉगिन करना न भूलें।