❓ सफेद दाग कब सही नहीं होता? | #VitiligoAwareness
👋 दोस्तों,
सफेद दाग (Vitiligo) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बहुत से लोग सही इलाज और देखभाल से अच्छा सुधार देखते हैं।
लेकिन कुछ मामलों में, सफेद दाग का पूरी तरह से ठीक होना मुश्किल हो जाता है।
चलिए जानते हैं वो स्थितियां, जहां री-पिग्मेंटेशन की संभावना कम रहती है।
1️⃣ पूरे शरीर पर सफेद दाग – Universal Vitiligo
अगर शरीर की 80–90% त्वचा पर सफेद दाग फैल चुका है,
तो इसे यूनिवर्सल विटिलिगो कहा जाता है।
इस स्थिति में त्वचा के पिगमेंट सेल्स (Melanocytes) लगभग पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं।
📌 नतीजा: री-पिग्मेंटेशन (त्वचा का रंग वापस लाना) लगभग असंभव हो जाता है।
2️⃣ बहुत पुराने दाग
जो दाग 10–15 साल से ज्यादा पुराने हो चुके हैं,
वहां पिगमेंट सेल्स वापस सक्रिय नहीं हो पाते।
📌 नतीजा: पुराने दागों पर इलाज का असर सीमित होता है।
3️⃣ बालों का सफेद होना – Leukotrichia
अगर सफेद दाग वाले हिस्से के बाल भी सफेद हो गए हैं,
तो यह संकेत है कि वहां के Melanocytes पूरी तरह खत्म हो चुके हैं।
📌 नतीजा: इस हिस्से पर दवा या थैरेपी से रंग लौटना लगभग नामुमकिन होता है।
4️⃣ खास जगहों के दाग
होंठ, हाथ-पैर की उंगलियां, नाखूनों के आसपास, और जननांग क्षेत्र –
इन जगहों की त्वचा पतली और संवेदनशील होती है।
📌 नतीजा: यहां रंग लौटने की संभावना बहुत कम रहती है।
5️⃣ तेजी से फैलता एक्टिव विटिलिगो
अगर दाग बहुत तेजी से फैल रहे हैं और नए दाग लगातार आ रहे हैं,
तो पहले इस फैलाव को रोकना जरूरी है।
📌 नतीजा: जब तक विटिलिगो स्थिर (Stable) नहीं होता,
इलाज से अच्छे परिणाम मिलना मुश्किल है।
हर सफेद दाग का 100% सही होना संभव नहीं है।
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अगर दाग बहुत पुराने हैं,
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पूरे शरीर पर फैल चुके हैं,
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या उनमें बाल भी सफेद हो गए हैं,
तो सुधार की संभावना बेहद कम होती है।
लेकिन…
✨ सही इलाज, धैर्य, और आत्मविश्वास से
कई मामलों में शानदार रिज़ल्ट मिल सकते हैं!
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