सफेद दाग (Vitiligo) किस कमी से होता है और उसकी पूर्ति कैसे करें?
परिचय:
सफेद दाग, जिसे चिकित्सा भाषा में विटिलिगो (Vitiligo) कहा जाता है, एक आम लेकिन अत्यधिक गलत समझी जाने वाली त्वचा की स्थिति है।
कई लोग इसे छूत की बीमारी, पाप का फल या किस्मत का दोष मानते हैं — जबकि इसका वास्तविक कारण शरीर की आंतरिक प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा होता है।
❓ Vitiligo क्यों होता है?
विटिलिगो एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम गलती से त्वचा की रंग बनाने वाली कोशिकाओं — Melanocytes — पर हमला करती है।
जब ये कोशिकाएँ नष्ट हो जाती हैं, तो त्वचा पर सफेद दाग उभर आते हैं।
विटिलिगो किन कमियों से जुड़ा हो सकता है?
हालाँकि इसका मुख्य कारण इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी है, पर कुछ पोषण तत्वों की कमी भी इसमें योगदान कर सकती है:
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Vitamin B12 की कमी
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तंत्रिका तंत्र और त्वचा की रंगत के लिए जरूरी।
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Folic Acid की कमी
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त्वचा की मरम्मत और सेल पुनर्निर्माण में सहायक।
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Zinc की कमी
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रोग प्रतिरोधक प्रणाली को संतुलन में रखता है।
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Copper की कमी
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मेलेनिन बनने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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Vitamin D की कमी
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इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करने में सहायक।
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इन कमियों की पूर्ति कैसे करें?
1. संतुलित आहार लें:
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हरी पत्तेदार सब्जियाँ: पालक, मेथी
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फल: केला, सेब, अमरूद
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दालें और अंकुरित अनाज
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दूध, दही, पनीर
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सूखे मेवे: बादाम, अखरोट
2. सप्लिमेंट्स लें (डॉक्टर की सलाह से):
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Vitamin B12 और D
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Zinc और Copper सप्लीमेंट्स
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Multivitamin टैबलेट्स
3. सूरज की रोशनी लें:
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सुबह 10–15 मिनट की धूप विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत है।
4. तनाव कम करें:
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योग, ध्यान और सकारात्मक सोच अपनाएं — मानसिक तनाव विटिलिगो को बढ़ा सकता है।
5. त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लें:
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हर मरीज का अनुभव अलग होता है — Self-medication से बचें और नियमित डॉक्टर की सलाह लें।
अंत में:
विटिलिगो जीवन को नहीं रोकता, सोच को रोकना गलत है।
यह कोई जानलेवा रोग नहीं है, परन्तु आत्म-सम्मान और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
जानकारी, समय पर उपचार और समाज की संवेदनशीलता ही इसकी सबसे बड़ी दवा है।
“कमी सिर्फ शरीर में नहीं, सोच में भी होती है।
शरीर की कमी डॉक्टर ठीक कर सकता है — सोच की कमी समाज को ठीक करनी है।”