क्या विटिलिगो छूआछूत की बीमारी है? – आइए, जानें वैज्ञानिक सच!

क्या विटिलिगो छूआछूत की बीमारी है? – आइए, जानें वैज्ञानिक सच!

लेखक: रविन्द्र जायसवाल
श्रेणी: विटिलिगो जागरूकता | स्वास्थ्य शिक्षा | सामाजिक भ्रांतियाँ


क्या आपने कभी महसूस किया है कि लोग आपसे सिर्फ इसलिए दूरी बना लेते हैं क्योंकि आपकी त्वचा पर सफेद दाग हैं?
क्या आपने भी बचपन में यह सुना है — “झूठा मत खाओ, वरना उसे भी हो जाएगा!”
अगर हाँ, तो यह ब्लॉग खास तौर पर आपके लिए है।
आज हम बात करेंगे उस सबसे बड़ी सामाजिक भ्रांति की, जो विटिलिगो को एक छूआछूत की बीमारी मानती है — और जानेंगे इसका वैज्ञानिक सच


बचपन की यादें – जब दूरी महसूस होती थी

जब मैं छोटा था और दुनिया को समझना शुरू कर रहा था, तब मैंने महसूस किया कि लोग मेरे साथ झूठा खाना अवॉइड करते थे।
कुछ लोग अपने बच्चों को मुझसे दूर रखते, कहते थे – “इन्हें मत छुओ, नहीं तो सफेद दाग लग जाएंगे।”

इसने मेरे मन में गहरी चोट छोड़ी।
धीरे-धीरे मैंने खुद को समाज से अलग करना शुरू कर दिया।
मुझे लगने लगा कि शायद मैं ही गलत हूं, मुझमें ही कोई कमी है।


लेकिन अब जानते हैं सच्चाई – विटिलिगो संक्रामक नहीं है!

विटिलिगो एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसका मतलब है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गलती से मेलानोसाइट्स — यानी त्वचा को रंग देने वाली कोशिकाओं — पर हमला कर देती है।

इससे त्वचा पर सफेद दाग बन जाते हैं। लेकिन यह किसी भी तरह से संक्रमण (Infection) से जुड़ा नहीं है।

  • न यह छूने से फैलता है

  • न झूठा खाने से

  • और न ही किसी भी प्रकार के संपर्क से

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और American Academy of Dermatology जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं ने भी स्पष्ट रूप से कहा है कि विटिलिगो किसी को छूने से नहीं फैलता


जिंदगी में बदलाव – जब समझ मिली, तो सोच बदली

जब मैं नौकरी में आया, तो वहां का माहौल बिलकुल अलग था।
नए दोस्त बने, जो मुझे वैसे ही अपनाते थे जैसे किसी और को।
कई बार वे मेरे साथ एक ही प्लेट से खाना खाते।
और तब मुझे एहसास हुआ —
विटिलिगो कोई “बाधा” नहीं, बल्कि समाज की सोच ही असली समस्या है।


अब वक्त है सोच बदलने का

आज भी कई लोग इस गलतफहमी में जी रहे हैं कि विटिलिगो छूने से फैलता है।
हमें मिलकर इस भ्रांति को तोड़ना होगा।
सही जानकारी ही एकमात्र रास्ता है, जिससे समाज में सच्चा बदलाव आ सकता है।


📢 अगर आप भी मानते हैं कि विटिलिगो को लेकर समाज में फैली गलत धारणाओं को बदलना ज़रूरी है, तो इस ब्लॉग को शेयर करें।
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💬 अपने विचार कमेंट में ज़रूर लिखें और इस जागरूकता का हिस्सा बनें।
स्वस्थ समाज की शुरुआत – सही जानकारी से होती है।

🔗 vitiligosupportindia.org – Break the Stigma, Embrace the Beauty

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