सफेद दाग (विटिलिगो) क्यों होता है? इसके कारण:
विटिलिगो एक ऑटोइम्यून स्किन कंडीशन है, जिसमें त्वचा में मेलानिन (रंग बनाने वाला पिगमेंट) बनाने वाली कोशिकाएँ (मेलानोसाइट्स) नष्ट हो जाती हैं। इससे त्वचा पर सफेद धब्बे बन जाते हैं। इसका कोई संक्रामक कारण नहीं है, यानी यह किसी को छूने, साथ खाने या किसी और तरीके से फैलता नहीं है।
मुख्य कारण:
1️⃣ ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से मेलानोसाइट्स पर हमला कर देती है, जिससे यह स्थिति उत्पन्न होती है।
2️⃣ आनुवंशिकता (Genetics): यदि परिवार में किसी को विटिलिगो है, तो इसकी संभावना बढ़ सकती है।
3️⃣ हार्मोनल बदलाव: कई बार हार्मोनल असंतुलन (जैसे थायरॉइड से जुड़ी समस्याएँ) भी इसका कारण बन सकते हैं।
4️⃣ स्ट्रेस और मानसिक दबाव: मानसिक तनाव और अत्यधिक भावनात्मक दबाव से यह ट्रिगर हो सकता है।
5️⃣ त्वचा में चोट या जलन: किसी चोट, जलने, संक्रमण, या सूरज की अत्यधिक किरणों के कारण भी मेलानोसाइट्स नष्ट हो सकते हैं।
6️⃣ विटामिन या मिनरल की कमी: विटामिन B12, फोलिक एसिड, और कॉपर की कमी भी इससे जुड़ी हो सकती है।
7️⃣ केमिकल्स के संपर्क में आना: कुछ केमिकल्स, जैसे कि रबर, प्लास्टिक, डिटर्जेंट, या अन्य हार्श केमिकल्स, स्किन पर असर डाल सकते हैं।
💡 सफेद दाग कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है। यह किसी और को नहीं फैलता और न ही यह अशुभ होता है। समाज में इसे लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता जरूरी है!